hanuman mantra No Further a Mystery
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।कानन कुण्डल कुञ्चित केसा ॥४॥ हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।भीम रुप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।कानन कुण्डल कुञ्चित केसा ॥४॥ हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।भीम रुप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के